मसूड़ों से खून (Gum Bleeding) क्यों आता है? | कारण, बचाव और उपचार

 

परिचय (Introduction)

दांतों को ब्रश करते समय या फ्लॉस करते समय कभी-कभी मसूड़ों से खून आना एक सामान्य बात लग सकती है, लेकिन इसे कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। अक्सर, यह आपके मसूड़ों के स्वास्थ्य में किसी समस्या का पहला संकेत होता है, जिसे नज़रअंदाज़ करने पर आगे चलकर गंभीर दंत समस्याएँ हो सकती हैं। मसूड़ों से खून आना दर्दनाक और चिंताजनक हो सकता है, लेकिन अच्छी बात यह है कि ज़्यादातर मामलों में इसका इलाज संभव है और इसे रोका भी जा सकता है।

इस लेख में, हम मसूड़ों से खून आने के सामान्य कारणों, इसके साथ दिखने वाले लक्षणों, घर पर आज़माए जा सकने वाले प्रभावी उपायों और सबसे महत्वपूर्ण, कब आपको दंत चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए, इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे। अपने मौखिक स्वास्थ्य को समझना और उसकी उचित देखभाल करना आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है।

मसूड़ों से खून (Gum Bleeding) क्यों आता है



मसूड़ों से खून आने के मुख्य कारण (Main Causes of Bleeding Gums)

मसूड़ों से खून आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मौखिक स्वच्छता से संबंधित होते हैं, जबकि कुछ अन्य स्वास्थ्य स्थितियों का संकेत हो सकते हैं:

  1. खराब मौखिक स्वच्छता (Poor Oral Hygiene):

    • जिंजीवाइटिस (Gingivitis): यह मसूड़ों की सूजन का सबसे आम कारण है। जब आप अपने दांतों को ठीक से ब्रश या फ्लॉस नहीं करते हैं, तो दांतों पर प्लाक (Plaque) नामक बैक्टीरिया और खाद्य कणों की एक चिपचिपी परत जम जाती है। यदि प्लाक को हटाया नहीं जाता है, तो यह कड़ा होकर टार्टर (Tartar) बन जाता है, जिससे मसूड़ों में सूजन, लालिमा और रक्तस्राव होता है। यह मसूड़ों की बीमारी का प्रारंभिक चरण है।
    • पेरियोडोंटाइटिस (Periodontitis): यदि जिंजीवाइटिस का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह पेरियोडोंटाइटिस में बदल सकता है। यह मसूड़ों की बीमारी का एक अधिक गंभीर रूप है जिसमें संक्रमण मसूड़ों से आगे बढ़कर दांतों को सहारा देने वाली हड्डी और ऊतकों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे मसूड़ों में गंभीर सूजन और लगातार खून आता है, और अंततः दांत ढीले होकर गिर भी सकते हैं।
  2. गलत ब्रशिंग तकनीक (Improper Brushing Technique):
    • बहुत कठोर ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग करना या दांतों को बहुत ज़ोर से ब्रश करना मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है और खून बहने का कारण बन सकता है।
  3. विटामिन की कमी (Vitamin Deficiencies):
    • विटामिन सी की कमी (Vitamin C Deficiency): गंभीर कमी से स्कर्वी (Scurvy) हो सकता है, जिसके लक्षणों में मसूड़ों से खून आना और सूजन शामिल हैं।
    • विटामिन के की कमी (Vitamin K Deficiency): यह रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण है। इसकी कमी से रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है, जिसमें मसूड़ों से खून आना भी शामिल है।
  4. कुछ दवाएं (Certain Medications):
    • कुछ दवाएं, जैसे ब्लड थिनर (Blood Thinners) या एंटीकोएगुलेंट्स (Anticoagulants) (जैसे एस्पिरिन, वारफेरिन), रक्त के थक्के बनने की क्षमता को कम करती हैं, जिससे मसूड़ों से खून आने की संभावना बढ़ जाती है।
  5. हार्मोनल परिवर्तन (Hormonal Changes):
    • गर्भावस्था (Pregnancy): गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तनों के कारण मसूड़े अधिक संवेदनशील हो जाते हैं, जिससे प्रेगनेंसी जिंजीवाइटिस (Pregnancy Gingivitis) हो सकता है।
    • किशोरावस्था, मासिक धर्म या रजोनिवृत्ति (Menopause) के दौरान भी हार्मोनल उतार-चढ़ाव मसूड़ों को प्रभावित कर सकते हैं।
  6. कुछ स्वास्थ्य स्थितियाँ (Certain Health Conditions):
    • मधुमेह (Diabetes): मधुमेह वाले लोगों में संक्रमण और मसूड़ों की बीमारी का खतरा अधिक होता है।
    • ल्यूकेमिया (Leukemia): यह एक प्रकार का रक्त कैंसर है जो मसूड़ों सहित पूरे शरीर में रक्तस्राव का कारण बन सकता है।
    • रक्तस्राव विकार (Bleeding Disorders): ऐसे विकार जो रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं।
  7. दाँतों के उपकरण (Dental Appliances):
    • खराब फिटिंग वाले डेन्चर (Dentures) या ब्रेसेस (Braces) मसूड़ों में रगड़ खाकर जलन और रक्तस्राव पैदा कर सकते हैं।
  8. धूम्रपान (Smoking):
    • धूम्रपान से मसूड़ों में रक्त का प्रवाह कम होता है और यह मसूड़ों की बीमारी के लक्षणों को छिपा सकता है, जिससे समस्या गंभीर होने तक पता नहीं चलती।
  9. तनाव (Stress):
    • तनाव प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है, जिससे शरीर के लिए संक्रमण से लड़ना मुश्किल हो जाता है, जिसमें मसूड़ों का संक्रमण भी शामिल है।


मसूड़ों से खून आने के अन्य लक्षण (Other Symptoms Accompanying Bleeding Gums)

मसूड़ों से खून आने के साथ-साथ आपको कुछ अन्य लक्षण भी दिख सकते हैं, जो मसूड़ों की समस्या का संकेत देते हैं:

  • मसूड़ों में सूजन और लालिमा (Swollen and Red Gums): स्वस्थ मसूड़े गुलाबी और दृढ़ होते हैं; यदि वे सूजे हुए या गहरे लाल दिखें तो यह सूजन का संकेत है।
  • मसूड़ों में कोमलता या दर्द (Tender or Painful Gums): छूने या खाते समय मसूड़ों में दर्द होना।
  • साँस में दुर्गंध (Bad Breath - Halitosis): मसूड़ों में जमा बैक्टीरिया और संक्रमण के कारण लगातार दुर्गंध आना।
  • मसूड़ों का पीछे हटना (Receding Gums): मसूड़े दांतों से दूर हटने लगते हैं, जिससे दांत लंबे दिखते हैं।
  • दाँतों का हिलना (Loose Teeth): पेरियोडोंटाइटिस के गंभीर चरणों में दांत ढीले हो सकते हैं।
  • दांतों और मसूड़ों के बीच पॉकेट्स का बनना (Formation of Pockets between Teeth and Gums): यह पेरियोडोंटाइटिस का संकेत है, जहाँ बैक्टीरिया और मवाद जमा हो सकता है।


मसूड़ों से खून आने पर क्या करें? (What to Do When Gums Bleed? / Home Remedies & Initial Steps)

यदि आपके मसूड़ों से खून आता है, तो कुछ प्राथमिक उपाय हैं जिन्हें आप घर पर आज़मा सकते हैं:

  • नरम ब्रिसल वाला टूथब्रश इस्तेमाल करें (Use a Soft-bristled Toothbrush): अपने मसूड़ों को चोट पहुँचाने से बचने के लिए हमेशा नरम ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग करें।
  • सही ब्रशिंग तकनीक अपनाएं (Adopt Correct Brushing Technique): अपने ब्रश को 45 डिग्री के कोण पर मसूड़ों की ओर रखें और छोटे, गोलाकार गति में धीरे-धीरे ब्रश करें। बहुत ज़ोर से ब्रश न करें।
  • नियमित रूप से फ्लॉस करें (Floss Regularly): दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस का उपयोग करके दांतों के बीच से प्लाक और खाद्य कणों को हटाएँ।
  • नमक पानी का कुल्ला करें (Rinse with Saltwater): एक कप गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक घोलकर दिन में 2-3 बार कुल्ला करें। यह एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो सूजन और संक्रमण को कम करने में मदद करता है।
  • एंटीसेप्टिक माउथवॉश का उपयोग करें (Use Antiseptic Mouthwash): अल्कोहल-मुक्त एंटीसेप्टिक माउथवॉश का उपयोग बैक्टीरिया को कम करने में मदद कर सकता है।
  • विटामिन सी और के से भरपूर आहार लें (Eat a Diet Rich in Vitamin C and K): खट्टे फल, पत्तेदार सब्जियां (जैसे पालक, ब्रोकली), और अन्य विटामिन युक्त भोजन का सेवन करें।
  • पर्याप्त पानी पिएं (Stay Hydrated): पर्याप्त पानी पीने से मुँह में लार का उत्पादन बना रहता है, जो प्राकृतिक रूप से बैक्टीरिया को साफ करने में मदद करता है।
  • तनाव का प्रबंधन करें (Manage Stress): तनाव कम करने वाली गतिविधियों में शामिल हों, जैसे योग या ध्यान।

कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए? (When to See a Dentist?)

जबकि ऊपर बताए गए घरेलू उपाय प्रारंभिक राहत दे सकते हैं, मसूड़ों से खून आने को कभी भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। यदि आपको निम्नलिखित में से कोई भी स्थिति दिखती है, तो तुरंत दंत चिकित्सक से सलाह लें:

  • मसूड़ों से खून आना लगातार जारी रहे या बार-बार हो
  • मसूड़ों में तेज दर्द, सूजन या फोड़े हों।
  • आपके दांत हिलने लगें या उनके बीच गैप बढ़ जाए।
  • आपकी साँस में लगातार दुर्गंध बनी रहे।
  • आपके मसूड़े पीछे हट रहे हों।
  • यदि आपको मधुमेह या कोई अन्य रक्तस्राव संबंधी विकार जैसी कोई अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थिति है।
  • आपको बुखार हो या अन्य कोई प्रणालीगत लक्षण (Systemic Symptoms) दिखें।


मसूड़ों से खून आने का उपचार (Treatment for Bleeding Gums)

दंत चिकित्सक आपके मसूड़ों से खून आने के कारण का निदान करेंगे और उसके अनुसार उपचार सुझाएंगे। उपचार में शामिल हो सकते हैं:

  • प्रोफेशनल क्लीनिंग (Professional Cleaning/Scaling): दंत चिकित्सक प्लाक और टार्टर को हटाएंगे, जो मसूड़ों से खून आने का सबसे आम कारण है।
  • डीप क्लीनिंग या रूट प्लानिंग (Deep Cleaning/Root Planing): यदि आपको पेरियोडोंटाइटिस है, तो दांतों की जड़ों की गहरी सफाई की जा सकती है ताकि वहां से बैक्टीरिया और टार्टर को हटाया जा सके।
  • दवाएं (Medications): मसूड़ों के संक्रमण के लिए एंटीबायोटिक्स या विशेष माउथवॉश दिए जा सकते हैं।
  • सर्जरी (Surgery): पेरियोडोंटाइटिस के गंभीर मामलों में, मसूड़े की सर्जरी या हड्डी ग्राफ्टिंग की आवश्यकता हो सकती है।
  • अंतर्निहित बीमारियों का प्रबंधन (Managing Underlying Conditions): यदि मसूड़ों से खून आने का कारण कोई अन्य स्वास्थ्य स्थिति है, जैसे मधुमेह, तो उस स्थिति का उचित प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है।


अस्वीकरण (Disclaimer): यह लेख मसूड़ों से खून आने के बारे में सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। यदि आपके मसूड़ों से लगातार खून आता है, या आपको अपने मौखिक स्वास्थ्य के बारे में कोई चिंता है, तो कृपया तुरंत एक योग्य दंत चिकित्सक से परामर्श करें। समय पर निदान और उपचार गंभीर समस्याओं को रोकने में मदद कर सकता है। अपनी सेहत को प्राथमिकता दें और आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सा सहायता लेने में संकोच न करें।

क्या आप दांतों की अन्य सामान्य समस्याओं या उनकी रोकथाम के बारे में जानना चाहेंगे? नीचे कमेंट बॉक्स में अपने सवाल साझा करें।


निष्कर्ष (Conclusion)

मसूड़ों से खून आना एक चेतावनी संकेत है जिसे कभी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। यह अक्सर खराब मौखिक स्वच्छता या मसूड़ों की बीमारी का पहला लक्षण होता है। अच्छी मौखिक स्वच्छता, संतुलित आहार और नियमित दंत जांच से आप अपने मसूड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं और गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं। याद रखें, स्वस्थ मुँह स्वस्थ शरीर का प्रतीक है!


स्रोत (References)

  • अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन (American Dental Association - ADA)
  • इंडियन डेंटल एसोसिएशन (Indian Dental Association - IDA)
  • मायो क्लिनिक (Mayo Clinic)
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल एंड क्रैनियोफेशियल रिसर्च (National Institute of Dental and Craniofacial Research - NIDCR)
  • विभिन्न चिकित्सा वेबसाइटें और स्वास्थ्य विशेषज्ञ।

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