परिचय (Introduction)
कैंसर एक भयावह शब्द हो सकता है, और जब यह हड्डियों को प्रभावित करता है, तो चिंता और भी बढ़ जाती है। हड्डी का कैंसर (Bone Cancer) एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है जो हड्डियों में ही शुरू होता है। यह तब होता है जब हड्डी की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर बनाती हैं। यह जानना महत्वपूर्ण है कि सभी हड्डी के ट्यूमर कैंसरयुक्त (घातक - malignant) नहीं होते; कुछ सौम्य (benign) भी हो सकते हैं, जिनका अर्थ है कि वे शरीर के अन्य भागों में नहीं फैलते।
जब हम हड्डी के कैंसर की बात करते हैं, तो हम आमतौर पर प्राथमिक हड्डी के कैंसर (Primary Bone Cancer) की बात कर रहे होते हैं – यानी, वह कैंसर जो हड्डियों में ही उत्पन्न होता है। यह माध्यमिक हड्डी के कैंसर (Secondary Bone Cancer) से अलग है, जो तब होता है जब शरीर के किसी अन्य हिस्से (जैसे स्तन, फेफड़े या प्रोस्टेट) से कैंसर हड्डियों तक फैल जाता है (मेटास्टेसिस)। यह लेख प्राथमिक हड्डी के कैंसर पर केंद्रित है।
हड्डी का कैंसर भले ही दुर्लभ हो, लेकिन इसकी गंभीरता को कम नहीं समझना चाहिए। शुरुआती पहचान और त्वरित चिकित्सा हस्तक्षेप उपचार की सफलता और रोगी के जीवन की गुणवत्ता के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस लेख में, हम हड्डी के कैंसर के विभिन्न प्रकारों, इसके कारणों, लक्षणों, निदान के तरीकों और उपलब्ध उपचार विकल्पों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
हड्डी का कैंसर (Bone Cancer) क्या है? (What is Bone Cancer?)
हड्डी का कैंसर वह कैंसर है जो सीधे हड्डी के ऊतक में उत्पन्न होता है। हमारी हड्डियाँ जीवित, बढ़ती हुई संरचनाएँ हैं जो कोशिकाओं से बनी होती हैं। सामान्य हड्डी में, कोशिकाएं नियंत्रित तरीके से बढ़ती और विभाजित होती हैं, और पुरानी या क्षतिग्रस्त कोशिकाएं मर जाती हैं। हड्डी के कैंसर में, ये कोशिकाएं नियंत्रण खो देती हैं, असामान्य रूप से बढ़ती और विभाजित होती हैं, जिससे एक द्रव्यमान या ट्यूमर (Tumor) बन जाता है।
यह ट्यूमर हड्डी की सामान्य संरचना को कमजोर कर सकता है, जिससे दर्द और फ्रैक्चर (Fracture) हो सकता है। यदि इसका इलाज न किया जाए, तो कैंसर कोशिकाएं हड्डी से अलग होकर रक्तप्रवाह या लसीका प्रणाली (Lymphatic System) के माध्यम से शरीर के अन्य भागों में फैल सकती हैं, जैसे फेफड़े या अन्य हड्डियां। इस प्रक्रिया को मेटास्टेसिस (Metastasis) कहा जाता है, और यह कैंसर को अधिक गंभीर और इलाज के लिए कठिन बना देता है।
जैसा कि परिचय में बताया गया है, यह समझना महत्वपूर्ण है कि प्राथमिक हड्डी का कैंसर, जो हड्डियों में ही उत्पन्न होता है, माध्यमिक हड्डी के कैंसर से अलग होता है, जो शरीर के किसी अन्य हिस्से से हड्डी में फैलता है।
हड्डी के कैंसर के प्रकार (Types of Bone Cancer)
हड्डी के कैंसर के कई प्रकार होते हैं, जिन्हें उन कोशिकाओं के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है जिनसे वे उत्पन्न होते हैं। कुछ सबसे आम प्राथमिक हड्डी के कैंसर के प्रकार निम्नलिखित हैं:
1. ऑस्टियोसार्कोमा (Osteosarcoma):- सबसे आम प्राथमिक हड्डी का कैंसर।
- यह हड्डी बनाने वाली कोशिकाओं (Osteoblasts) से उत्पन्न होता है।
- आमतौर पर बच्चों, किशोरों और युवा वयस्कों (विशेषकर 10 से 30 वर्ष की आयु के बीच) में होता है, लेकिन किसी भी उम्र में हो सकता है।
- अक्सर लंबी हड्डियों के सिरों पर पाया जाता है, जैसे कि घुटने के पास जांघ की हड्डी (फीमर) या पिंडली की हड्डी (टिबिया) और ऊपरी बांह की हड्डी (ह्यूमरस)।
- दूसरा सबसे आम प्राथमिक हड्डी का कैंसर।
- आमतौर पर बच्चों और किशोरों में होता है, विशेषकर 10 से 20 वर्ष की आयु के बीच।
- यह हड्डी के ऊतक या आसपास के नरम ऊतकों में उत्पन्न हो सकता है।
- यह अक्सर लंबी हड्डियों (जैसे फीमर और टिबिया) और पेल्विस (श्रोणि), पसलियों या कंधे की हड्डी जैसी सपाट हड्डियों में पाया जाता है।
- यह उपास्थि (Cartilage) बनाने वाली कोशिकाओं में शुरू होता है।
- ऑस्टियोसार्कोमा के बाद दूसरा सबसे आम प्राथमिक हड्डी का कैंसर, लेकिन यह वयस्कों में अधिक आम है, खासकर 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में।
- यह आमतौर पर पेल्विस, कूल्हे, कंधे या पसलियों में होता है।
4. अन्य दुर्लभ प्रकार के हड्डी के कैंसर में शामिल हैं:
- फाइब्रोसार्कोमा (Fibrosarcoma)
- मैलिग्नेंट फाइब्रस हिस्टियोसाइटोमा (Malignant Fibrous Histiocytoma)
- कॉर्डोमा (Chordoma)
- एडामेंटिनोमा (Adamantinoma)
प्रत्येक प्रकार के कैंसर की अपनी विशिष्ट विशेषताएं, विकास दर और उपचार प्रतिक्रिया होती है।
हड्डी के कैंसर के कारण और जोखिम कारक (Causes and Risk Factors of Bone Cancer)
अधिकांश हड्डी के कैंसर के सटीक कारण अज्ञात हैं (इडियोपैथिक - Idiopathic)। हालांकि, कुछ कारक हैं जो किसी व्यक्ति में हड्डी के कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं:
आनुवंशिकी (Genetics):
- कुछ दुर्लभ आनुवंशिक सिंड्रोम, जैसे ली-फ्राउमेनी सिंड्रोम (Li-Fraumeni Syndrome) या वंशानुगत रेटिनोब्लास्टोमा (Hereditary Retinoblastoma), हड्डी के कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
- परिवार के इतिहास में हड्डी के कैंसर का होना भी जोखिम बढ़ा सकता है, हालांकि अधिकांश मामले छिटपुट होते हैं।
पिछला विकिरण उपचार (Previous Radiation Therapy):
- किसी अन्य कैंसर के लिए उच्च खुराक के विकिरण के संपर्क में आना (विशेषकर बचपन में) बाद में हड्डी के कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ा सकता है। यह जोखिम आमतौर पर विकिरण के कई साल बाद होता है।
कुछ हड्डी रोग (Certain Bone Diseases):
- पेजेट्स रोग (Paget's Disease of Bone): यह एक गैर-कैंसरयुक्त हड्डी रोग है जो वयस्कों में हड्डियों के असामान्य पुनर्निर्माण का कारण बनता है। बहुत कम मामलों में, यह ऑस्टियोसार्कोमा में बदल सकता है।
- मल्टीपल एक्सोस्टोसिस (Multiple Exostoses): यह एक आनुवंशिक स्थिति है जो हड्डियों पर सौम्य वृद्धि का कारण बनती है, जिसमें दुर्लभ रूप से घातक परिवर्तन हो सकता है।
तेज हड्डी वृद्धि (Rapid Bone Growth):
- यह एक कारण हो सकता है कि ऑस्टियोसार्कोमा और ईविंग सार्कोमा बच्चों और किशोरों में अधिक आम क्यों हैं, क्योंकि वे हड्डी के तेजी से विकास के दौर से गुजर रहे होते हैं।
पिछली चोट (Previous Injury):
- यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हड्डी की चोटें सीधे हड्डी के कैंसर का कारण नहीं बनती हैं। हालांकि, यदि कोई व्यक्ति हड्डी में पहले से मौजूद ट्यूमर वाली हड्डी में चोट लगने के कारण फ्रैक्चर का अनुभव करता है, तो यह ट्यूमर का पहला संकेत हो सकता है। चोट स्वयं कैंसर का कारण नहीं बनती, बल्कि मौजूदा समस्या पर ध्यान आकर्षित कर सकती है।
हड्डी के कैंसर के लक्षण (Symptoms of Bone Cancer)
- हड्डी के कैंसर के लक्षण स्थिति के प्रकार, स्थान और आकार के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। सबसे आम लक्षण निम्नलिखित हैं:
- यह हड्डी के कैंसर का सबसे आम लक्षण है।
- शुरुआत में, दर्द हल्का, रुक-रुक कर हो सकता है और रात में या गतिविधि के साथ खराब हो सकता है।
- जैसे-जैसे ट्यूमर बढ़ता है, दर्द अधिक गंभीर, लगातार और असहनीय हो सकता है। यह आराम करने से भी दूर नहीं होता।
- यदि कैंसर हाथ या पैर में है, तो दर्द अक्सर व्यायाम के दौरान या रात में बढ़ जाता है।
- प्रभावित हड्डी या उसके आसपास के क्षेत्र में सूजन या गांठ (Lump) हो सकती है। यह छूने पर कोमल या दर्दनाक महसूस हो सकता है।
- यदि ट्यूमर जोड़ों के पास है, तो प्रभावित जोड़ में गति की सीमा कम हो सकती है।
- कैंसर हड्डी की संरचना को कमजोर कर देता है, जिससे यह आसानी से टूट सकती है।
- कभी-कभी, एक मामूली चोट या यहां तक कि बिना किसी चोट के भी हड्डी टूट सकती है (जिसे पैथोलॉजिकल फ्रैक्चर - Pathological Fracture कहा जाता है)। यह अक्सर कैंसर का पहला संकेत होता है।
- सामान्य थकान या कमजोरी महसूस होना।
अवांछित वजन घटाना (Unexplained Weight Loss):
- बिना किसी प्रयास के शरीर के वजन में कमी।
बुखार (Fever):
कुछ मामलों में, विशेषकर ईविंग सार्कोमा के साथ, बुखार हो सकता है।
लंगड़ापन (Limping):
- यदि हड्डी का कैंसर पैर में है, तो व्यक्ति लंगड़ाकर चल सकता है।
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है, विशेषकर लगातार या बिगड़ता हुआ हड्डी का दर्द जो आराम करने पर भी ठीक नहीं होता, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
हड्डी के कैंसर का निदान (Diagnosis of Bone Cancer)
हड्डी के कैंसर का निदान करने के लिए कई परीक्षणों की आवश्यकता होती है, जिनमें इमेजिंग परीक्षण और बायोप्सी शामिल हैं। प्रारंभिक और सटीक निदान सफल उपचार के लिए महत्वपूर्ण है।
- शारीरिक परीक्षण और चिकित्सा इतिहास (Physical Exam and Medical History):
- डॉक्टर आपके लक्षणों, दर्द के स्थान और किसी भी गांठ या सूजन की जांच करेंगे। वे आपके व्यक्तिगत और पारिवारिक चिकित्सा इतिहास के बारे में भी पूछेंगे।
- इमेजिंग परीक्षण (Imaging Tests):
- एक्स-रे (X-ray): यह आमतौर पर पहला परीक्षण होता है। यह हड्डी में असामान्यताओं, जैसे ट्यूमर या हड्डी के नुकसान को दिखा सकता है।
- चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (MRI): यह हड्डी और आसपास के नरम ऊतकों की विस्तृत छवियां बनाता है। यह ट्यूमर के आकार, सीमा और हड्डी के बाहर फैलने का आकलन करने के लिए सबसे अच्छा परीक्षण है।
- कंप्यूटेड टोमोग्राफी (CT Scan): यह शरीर के अंदर की विस्तृत क्रॉस-सेक्शनल छवियां प्रदान करता है। यह आमतौर पर फेफड़ों (जहां हड्डी का कैंसर सबसे अधिक फैलता है) में कैंसर के प्रसार की जांच के लिए उपयोग किया जाता है।
- बोन स्कैन (Bone Scan): इसमें एक छोटी मात्रा में रेडियोधर्मी ट्रेसर (radioactive tracer) को शरीर में इंजेक्ट किया जाता है, जो असामान्य हड्डी गतिविधि वाले क्षेत्रों में जमा होता है। यह शरीर की सभी हड्डियों में कैंसर के प्रसार का पता लगाने में मदद कर सकता है।
- पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (PET Scan): यह पूरे शरीर में कैंसर कोशिकाओं का पता लगा सकता है और अक्सर कैंसर के मंचन (staging) के लिए उपयोग किया जाता है।
- बायोप्सी (Biopsy):
- यह हड्डी के कैंसर का निश्चित निदान प्राप्त करने का एकमात्र तरीका है। इसमें माइक्रोस्कोप के तहत जांच के लिए प्रभावित हड्डी से ऊतक का एक छोटा सा नमूना निकालना शामिल है।
- नीडल बायोप्सी (Needle Biopsy): एक पतली सुई का उपयोग करके ऊतक का एक नमूना निकाला जाता है, अक्सर इमेजिंग मार्गदर्शन (जैसे सीटी या अल्ट्रासाउंड) के साथ।
- ओपन बायोप्सी (Open Biopsy): यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है जहां सर्जन ट्यूमर के एक हिस्से या पूरे ट्यूमर को हटाने के लिए एक चीरा लगाते हैं। बायोप्सी करने वाले सर्जन का अनुभव बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि गलत तरीके से की गई बायोप्सी भविष्य की सर्जरी की संभावनाओं को प्रभावित कर सकती है।
- रक्त परीक्षण (Blood Tests):
- कुछ रक्त परीक्षण, जैसे अल्कलाइन फॉस्फेट (Alkaline Phosphatase) या लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज (Lactate Dehydrogenase - LDH) का ऊंचा स्तर, हड्डी के कैंसर का संकेत दे सकता है, हालांकि ये अकेले निदान के लिए पर्याप्त नहीं हैं। ये सामान्य स्वास्थ्य और उपचार प्रतिक्रिया का आकलन करने में भी मदद करते हैं।
हड्डी के कैंसर का उपचार (Treatment of Bone Cancer)
हड्डी के कैंसर का उपचार एक बहु-विषयक टीम (Multidisciplinary Team) द्वारा किया जाता है, जिसमें ऑन्कोलॉजिस्ट (कैंसर विशेषज्ञ), ऑर्थोपेडिक सर्जन, विकिरण ऑन्कोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, और अन्य विशेषज्ञ शामिल होते हैं। उपचार योजना कैंसर के प्रकार, चरण (Stage), स्थान, रोगी की आयु और समग्र स्वास्थ्य पर निर्भर करती है।
उपचार के मुख्य तरीके निम्नलिखित हैं:
- सर्जरी (Surgery):
- यह अक्सर हड्डी के कैंसर के लिए मुख्य उपचार होता है। लक्ष्य ट्यूमर और उसके आसपास के कुछ स्वस्थ ऊतक (सुरक्षा मार्जिन - safe margin) को हटाना है।
- लिम्ब-सेविंग सर्जरी (Limb-Sparing Surgery): यदि संभव हो, तो सर्जन ट्यूमर को हटाते हुए हाथ या पैर को बचाने का प्रयास करते हैं। हटी हुई हड्डी को फिर धातु के इम्प्लांट (prosthesis) या हड्डी के ग्राफ्ट (bone graft) से बदला जाता है।
- विच्छेदन (Amputation): यदि ट्यूमर बहुत बड़ा है, महत्वपूर्ण नसों या रक्त वाहिकाओं में फैल गया है, या लिम्ब-सेविंग सर्जरी संभव नहीं है, तो प्रभावित अंग को हटाना पड़ सकता है।
कीमोथेरेपी (Chemotherapy):
- इसमें कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए शक्तिशाली दवाओं का उपयोग किया जाता है। कीमोथेरेपी को अक्सर सर्जरी से पहले और/या बाद में दिया जाता है।
- नियोएडजुवेंट कीमोथेरेपी (Neoadjuvant Chemotherapy): सर्जरी से पहले दी जाती है ताकि ट्यूमर को सिकोड़ा जा सके, जिससे इसे हटाना आसान हो जाए, और शरीर में कहीं भी फैली हुई सूक्ष्म कैंसर कोशिकाओं को मारा जा सके।
- एडजुवेंट कीमोथेरेपी (Adjuvant Chemotherapy): सर्जरी के बाद दी जाती है ताकि किसी भी शेष कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जा सके और कैंसर के वापस आने के जोखिम को कम किया जा सके।
विकिरण चिकित्सा (Radiation Therapy):
- इसमें उच्च-ऊर्जा किरणें (जैसे एक्स-रे) का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
- इसका उपयोग उन मामलों में किया जा सकता है जहां सर्जरी संभव नहीं है, या उन क्षेत्रों का इलाज करने के लिए जहां कैंसर फैल गया है।
- ईविंग सार्कोमा जैसे कुछ प्रकार के हड्डी के कैंसर विकिरण चिकित्सा के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील होते हैं।
- इसका उपयोग दर्द से राहत (palliative care) के लिए भी किया जा सकता है यदि कैंसर मेटास्टेसाइज हो गया हो।
- लक्षित चिकित्सा (Targeted Therapy):
- यह कैंसर के उपचार का एक नया दृष्टिकोण है जो उन विशिष्ट असामान्यताओं पर ध्यान केंद्रित करता है जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने और फैलने में मदद करती हैं। ये दवाएं सामान्य कोशिकाओं को कम नुकसान पहुँचाती हैं।
- ऑस्टियोसार्कोमा और अन्य सार्कोमा के कुछ प्रकारों के लिए लक्षित चिकित्सा की जांच की जा रही है।
- पुनर्वास (Rehabilitation):
- उपचार के बाद, शारीरिक और व्यावसायिक चिकित्सा (Physical and Occupational Therapy) महत्वपूर्ण होती है। यह मांसपेशियों की ताकत, गति की सीमा और कार्यप्रणाली को बहाल करने में मदद करती है, खासकर लिम्ब-सेविंग सर्जरी या विच्छेदन के बाद।
रोग का पूर्वानुमान और जीवन की गुणवत्ता (Prognosis and Quality of Life)
हड्डी के कैंसर के लिए रोग का पूर्वानुमान (Prognosis) कई कारकों पर निर्भर करता है, जिनमें कैंसर का प्रकार, चरण (क्या यह फैल गया है), ट्यूमर का आकार और स्थान, उपचार के प्रति प्रतिक्रिया, और रोगी का समग्र स्वास्थ्य शामिल है।
- प्रारंभिक पहचान (Early Detection): जब हड्डी का कैंसर प्रारंभिक अवस्था में निदान किया जाता है और शरीर के अन्य भागों में नहीं फैला होता है, तो उपचार के परिणाम सबसे अच्छे होते हैं।
- उन्नत चिकित्सा (Advanced Medical Care): आधुनिक उपचारों, विशेष रूप से कीमोथेरेपी, सर्जरी और विकिरण चिकित्सा में प्रगति के कारण, हड्डी के कैंसर से पीड़ित लोगों के लिए जीवित रहने की दर में काफी सुधार हुआ है।
- जीवन की गुणवत्ता (Quality of Life): कैंसर उपचार के बाद जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए पुनर्वास और सहायक देखभाल (Supportive Care) महत्वपूर्ण है। रोगियों को शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक सहायता की आवश्यकता हो सकती है। मनोवैज्ञानिक परामर्श, सहायता समूह, और दर्द प्रबंधन भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
डॉक्टर को कब दिखाएं? (When to See a Doctor?)
हड्डी के कैंसर के लक्षण अन्य, कम गंभीर स्थितियों के समान हो सकते हैं, लेकिन यदि आपको निम्न में से कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो तत्काल चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है:
- लगातार या बिगड़ता हुआ हड्डी का दर्द: ऐसा दर्द जो आराम करने पर भी ठीक नहीं होता, खासकर रात में।
- हड्डी या जोड़ के आसपास अस्पष्ट सूजन या गांठ: छूने पर दर्दनाक हो या न हो।
- किसी मामूली चोट या बिना किसी स्पष्ट कारण के हड्डी का अचानक टूट जाना (फ्रैक्चर)।
- अवांछित वजन घटाना, थकान, या बुखार जैसे सामान्य लक्षण, खासकर जब वे हड्डी के दर्द के साथ हों।
याद रखें, शुरुआती पहचान और निदान हड्डी के कैंसर के सफल उपचार और बेहतर परिणामों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
कार्रवाई के लिए बुलावा (Call to Action)
अस्वीकरण (Disclaimer): यह लेख हड्डी के कैंसर के बारे में सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कैंसर का निदान और उपचार एक विशेषज्ञ द्वारा किया जाना चाहिए। यदि आपको हड्डी के कैंसर के लक्षण महसूस होते हैं या आपको अपने हड्डियों के स्वास्थ्य के बारे में कोई चिंता है, तो कृपया तुरंत एक योग्य ऑन्कोलॉजिस्ट (Oncologist) या ऑर्थोपेडिक सर्जन से परामर्श करें। विशेषज्ञ ही आपकी स्थिति का सही निदान कर सकते हैं और आपके लिए सबसे उपयुक्त उपचार योजना निर्धारित कर सकते हैं। अपनी सेहत को प्राथमिकता दें और आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सा सहायता लेने में संकोच न करें।
क्या आप हड्डी के कैंसर के उपचार के दुष्प्रभावों या पुनर्वास के बारे में अधिक जानना चाहेंगे? नीचे कमेंट बॉक्स में अपने सवाल साझा करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
हड्डी का कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन चिकित्सा विज्ञान में हुई प्रगति ने इसके निदान और उपचार के तरीकों में क्रांति ला दी है। शुरुआती पहचान, सटीक निदान, और एक अनुभवी बहु-विषयक टीम द्वारा प्रदान किया गया व्यापक उपचार सफल परिणामों की संभावना को काफी बढ़ा देता है। यदि आपको या आपके किसी प्रियजन को हड्डी के कैंसर के लक्षण महसूस होते हैं, तो घबराएं नहीं बल्कि तुरंत चिकित्सा सहायता लें। उम्मीद और समर्थन के साथ, इस चुनौती का सामना किया जा सकता है।
स्रोत (References)
- अमेरिकन कैंसर सोसायटी (American Cancer Society - ACS)
- नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (National Cancer Institute - NCI)
- मायो क्लिनिक (Mayo Clinic)
- ऑर्थोपेडिक सर्जन और ऑन्कोलॉजिस्ट के चिकित्सा दिशानिर्देश।
- भारत में विभिन्न कैंसर अनुसंधान संस्थान।