जौंडिस (Jaundice) के लक्षण और इलाज | Symptoms and Treatment in Hindi
अनुक्रमणिका (Table of Contents)
- जौंडिस क्या है?
- जौंडिस कैसे होता है?
- जौंडिस के प्रकार
- जौंडिस के प्रमुख लक्षण
- शिशुओं में जौंडिस
- जौंडिस के कारण
- जोखिम कारक (Risk Factors)
- जौंडिस की जांच कैसे होती है?
- जौंडिस का इलाज
- घरेलू उपाय
- खानपान में सावधानियां
- जौंडिस में क्या खाना चाहिए?
- क्या ना खाएं?
- जौंडिस से जुड़ी जटिलताएं
- बचाव के उपाय
- FAQs
- Internal और External Links
- निष्कर्ष
1. जौंडिस क्या है? (What is Jaundice?)
जौंडिस, जिसे हिंदी में पीलिया कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा, आंखों की सफेदी और मूत्र का रंग पीला हो जाता है। यह मुख्यतः शरीर में बिलीरुबिन नामक तत्व के बढ़ने के कारण होता है।
2. जौंडिस कैसे होता है? (How Does Jaundice Occur?)
जब लाल रक्त कोशिकाएं टूटती हैं, तो उनसे बिलीरुबिन बनता है। सामान्यतः लिवर इस बिलीरुबिन को शरीर से बाहर निकालता है। लेकिन जब लिवर कमजोर हो या अधिक बिलीरुबिन बन रहा हो, तो यह शरीर में जमा हो जाता है और पीलिया हो जाता है।
3. जौंडिस के प्रकार (Types of Jaundice)
प्रकार | विवरण |
---|---|
हेमोलाइटिक जौंडिस | जब RBCs तेजी से टूटते हैं |
हैपेटोसेल्युलर जौंडिस | लिवर की बीमारी के कारण |
ऑब्सट्रक्टिव जौंडिस | पित्त नलिका में रुकावट के कारण |
4. जौंडिस के लक्षण (Symptoms)
- आंखों और त्वचा का पीलापन
- गाढ़े पीले रंग का मूत्र
- थकान और कमजोरी
- भूख न लगना
- उल्टी या मतली
- हल्का बुखार
- पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में दर्द
5. शिशुओं में जौंडिस (Neonatal Jaundice)
नवजात बच्चों में जौंडिस सामान्य है और 2-3 हफ्तों में ठीक हो जाता है। अगर पीला पन बढ़े या सुस्ती हो तो डॉक्टर से मिलें।
6. जौंडिस के कारण (Causes of Jaundice)
- हेपेटाइटिस A, B, C वायरस
- अधिक शराब सेवन
- पित्त की पथरी
- टाइफाइड
- लिवर सिरोसिस
- पैंक्रियास का कैंसर
- अनुवांशिक विकार
7. जोखिम कारक (Risk Factors)
- कमजोर लिवर
- अनहाइजीनिक खाना
- दूषित पानी
- टीकाकरण की कमी
- मोटापा और मधुमेह
8. जौंडिस की जांच (Diagnosis)
- LFT (Liver Function Test)
- बिलीरुबिन लेवल टेस्ट
- CBC (Complete Blood Count)
- अल्ट्रासाउंड
- हेपेटाइटिस पैनल
9. जौंडिस का इलाज (Treatment of Jaundice)
इलाज का तरीका कारण पर निर्भर करता है:
- हेपेटाइटिस में – एंटीवायरल दवाएं और आराम
- पित्त की पथरी में – सर्जरी या ERCP
- शराबजनित जौंडिस में – शराब बंद करना और पोषण
10. घरेलू उपाय (Home Remedies)
नींबू पानी – लिवर को डिटॉक्स करता है
गन्ने का रस – इम्यूनिटी बढ़ाता है
तुलसी का रस – सूजन और संक्रमण को कम करता है
आंवला – लिवर को पुनर्जीवित करता है
ध्यान दें: घरेलू उपाय केवल सहायक होते हैं, मुख्य इलाज डॉक्टरी होना चाहिए।
11. जौंडिस में खानपान (Diet in Jaundice)
क्या खाना चाहिए?
- उबली सब्जियां
- मूंग की दाल
- गिलोय का रस
- नारियल पानी
- सेब, पपीता, अनार
क्या नहीं खाना चाहिए?
- मसालेदार भोजन
- ऑयली फूड
- शराब
- अधिक नमक
- रेड मीट
12. जौंडिस से जुड़ी जटिलताएं (Complications)
- लिवर फेल्योर
- पुराना हेपेटाइटिस
- पित्त नलिका की रुकावट
- रक्त की कमी (Anemia)
- मानसिक भ्रम (Hepatic Encephalopathy)
13. जौंडिस से बचाव (Prevention Tips)
- हमेशा साफ पानी पिएं
- टीकाकरण कराएं (Hepatitis A, B)
- संतुलित आहार लें
- शराब से दूरी बनाएं
- सार्वजनिक शौचालय से बचें
- हाथ धोने की आदत डालें
14. FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. क्या जौंडिस संक्रामक होता है?
👉 कुछ प्रकार जैसे Hepatitis A और B संक्रामक होते हैं।
Q2. जौंडिस में कितने दिन आराम करना चाहिए?
👉 कम से कम 2–3 हफ्ते, डॉक्टर की सलाह के अनुसार।
Q3. क्या जौंडिस में चलना-फिरना ठीक है?
👉 हल्की वॉक ठीक है, पर अधिक थकावट से बचें।
15. Internal & External References
Internal:
External:
निष्कर्ष (Conclusion)
जौंडिस एक आम लेकिन गंभीर समस्या हो सकती है अगर समय पर इलाज न हो। इसके लक्षणों को पहचानना और सही समय पर मेडिकल जांच करवाना बेहद जरूरी है। संतुलित आहार, साफ-सफाई और हेल्दी लाइफस्टाइल से आप इस बीमारी से बच सकते हैं।