Dental Points for Army Recruitment | आर्मी भर्ती में डेंटल पॉइंट्स

 

Dental Points for Army Recruitment | आर्मी भर्ती में डेंटल पॉइंट्स

भूमिका (Introduction)

भारतीय सेना, नेवी और एयरफोर्स में भर्ती होना लाखों युवाओं का सपना होता है। लिखित परीक्षा और फिजिकल टेस्ट पास करने के बाद सबसे बड़ा चरण होता है मेडिकल फिटनेस टेस्ट। इस मेडिकल टेस्ट में दांत और मसूड़े (Dental Health) भी एक अहम भूमिका निभाते हैं। कई बार अच्छे फिजिकल और लिखित रिजल्ट होने के बावजूद उम्मीदवार केवल डेंटल पॉइंट्स (Dental Points) पूरे न होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिए जाते हैं।

इसलिए, आर्मी भर्ती की तैयारी करने वाले हर युवा को यह जानना बेहद ज़रूरी है कि डेंटल फिटनेस स्टैंडर्ड्स क्या हैं, कितने दांत पास होना ज़रूरी है, और किन परिस्थितियों में भर्ती रोकी जा सकती है।

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आर्मी भर्ती में डेंटल फिटनेस की अहमियत

डेंटल फिटनेस का मकसद है यह सुनिश्चित करना कि उम्मीदवार लंबे समय तक ड्यूटी करने में सक्षम हो। यदि दांतों की संख्या बहुत कम हो या मसूड़े बार-बार संक्रमित होते हों, तो चबाने, बोलने और सामान्य स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। इसलिए आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में दांतों की स्थिति का विशेष ध्यान रखा जाता है।


मेडिकल स्टैंडर्ड्स और डेंटल पॉइंट्स क्या होते हैं?

Dental Points का मतलब है – आर्मी मेडिकल बोर्ड द्वारा उम्मीदवार के दांतों की स्थिति के आधार पर दिए गए अंक। हर स्वस्थ और उपयोगी दांत कुछ पॉइंट्स देता है।

  • सामने के दांत (Incisors & Canines) → कम पॉइंट्स
  • पीछे के दांत (Premolars & Molars) → ज़्यादा पॉइंट्स

 क्योंकि चबाने का काम ज्यादातर पीछे के दांत करते हैं।

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कितने डेंटल पॉइंट्स पास होना ज़रूरी है?

आम तौर पर:

  • 14 डेंटल पॉइंट्स न्यूनतम आवश्यक माने जाते हैं।
  • आदर्श रूप से 28 दांतों का पूरा सेट होना चाहिए।
  • यदि 14 से कम पॉइंट्स हैं, तो उम्मीदवार अयोग्य (Unfit) माना जा सकता है।


दांतों के किस प्रकार के इलाज मान्य हैं?

कई युवा सोचते हैं कि इलाज कराए हुए दांत पास होंगे या नहीं। जवाब है – हाँ, कुछ इलाज मान्य हैं, बशर्ते वे ठीक से किए गए हों।

 मान्य इलाज:

  • फिलिंग (Filling): कीड़े लगे दांत में भराव मान्य है।
  • रूट कैनाल ट्रीटमेंट (RCT): यदि दांत मजबूत और कार्यशील है।
  • कैप / क्राउन: RCT के बाद या टूटा दांत ठीक करने के लिए।
  • ऑर्थोडोंटिक ट्रीटमेंट (Braces): पूरी तरह से पूरा और स्थिर होना चाहिए।

 अमान्य स्थितियाँ:

  • ढीले डेंचर (Artificial teeth)
  • केवल 1–2 दांतों पर आधारित चबाने की क्षमता
  • बहुत अधिक कैविटी या खराब इलाज


किन परिस्थितियों में अयोग्य (Unfit) घोषित किया जा सकता है?

उम्मीदवार को निम्न कारणों से Unfit घोषित किया जा सकता है:

  • 14 से कम डेंटल पॉइंट्स
  • गंभीर मसूड़ों की बीमारी (Pyorrhea)
  • बार-बार खून आने वाले मसूड़े
  • जबड़े की हड्डी में विकृति या चोट
  • बहुत अधिक दांत टूटे या गायब होना


विज़डम टुथ (Akal Dant) का क्या असर पड़ता है?

  • अक्ल दाढ़ (Wisdom Tooth) अनिवार्य नहीं है।
  • यदि यह टेढ़ा-मेढ़ा है या समस्या कर रहा है, तो उसे निकलवाना बेहतर है।
  • अक्ल दाढ़ न होने से डेंटल पॉइंट्स पर कोई फर्क नहीं पड़ता।


आर्मी मेडिकल बोर्ड में डेंटल टेस्ट कैसे होता है?

  • सबसे पहले मुँह की विज़ुअल चेकिंग की जाती है।
  • डॉक्टर हर दांत की स्थिति नोट करते हैं।
  • चबाने की क्षमता (Occlusion) देखी जाती है।
  • मसूड़ों और जीभ की भी जाँच होती है।

 पूरा चेकअप लगभग 5–10 मिनट का होता है।


डेंटल पॉइंट्स की गणना कैसे की जाती है?

सामान्यतः स्कोरिंग सिस्टम इस प्रकार है:

  • हर अच्छे मोलर (Molars) = 2 पॉइंट
  • हर अच्छे प्रीमोलर (Premolars) = 2 पॉइंट
  • हर अच्छे सामने के दांत (Incisors/Canines) = 1 पॉइंट

 कुल मिलाकर 28–32 दांतों से पर्याप्त पॉइंट्स मिल जाते हैं।


आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में डेंटल पॉइंट्स के मानक

  • Indian Army: न्यूनतम 14 पॉइंट्स
  • Indian Navy: न्यूनतम 14 पॉइंट्स
  • Indian Air Force: न्यूनतम 14 पॉइंट्स

(हालाँकि, 16–20 पॉइंट्स को सुरक्षित माना जाता है।)


भर्ती से पहले अपने दांतों की जांच क्यों ज़रूरी है?

  • कई बार छोटे कीड़े लगे दांत भर्ती में फेल करा देते हैं।
  • RCT या कैप ठीक से न हुआ हो तो समस्या हो सकती है।
  • मसूड़ों में सूजन या खून निकलने से उम्मीदवार Unfit हो सकता है।

 इसलिए, भर्ती से 1–2 महीने पहले डेंटल चेकअप कराना ज़रूरी है।


डेंटल फिटनेस बनाए रखने के उपाय

  1. सही ब्रशिंग तकनीक अपनाएँ – दिन में 2 बार।
  2. फ्लॉसिंग और माउथवॉश का इस्तेमाल करें।
  3. मीठे और कोल्ड-ड्रिंक से दूरी बनाएँ।
  4. धूम्रपान और तंबाकू न करें।
  5. हर 6 महीने में डेंटल चेकअप कराएँ।


दांतों की सर्जरी और आर्मी भर्ती – क्या मान्य है?

  • यदि सर्जरी पूरी तरह सफल हो चुकी है और दांत कार्यशील है, तो समस्या नहीं होगी।
  • Implants / Fixed Bridges आमतौर पर स्वीकार्य नहीं माने जाते।


सामान्य डेंटल समस्याएँ जो भर्ती में परेशानी बन सकती हैं

  • कैविटी (Cavities)
  • टूटा हुआ दांत
  • पायरिया
  • टेढ़े-मेढ़े दांत (यदि बहुत ज़्यादा हों)
  • आंशिक या पूर्ण डेंचर


मेडिकल रिव्यू बोर्ड (MRB) और डेंटल री-चेकअप

यदि उम्मीदवार डेंटल कारणों से अनफिट होता है, तो वह Medical Review Board (MRB) में अपील कर सकता है।

  • इलाज कराने के बाद 42 दिन के भीतर री-चेकअप होता है।
  • यदि पॉइंट्स पूरे हो जाते हैं, तो उम्मीदवार फिट घोषित किया जा सकता है।


मिथक बनाम सच्चाई

 मिथक: सामने के दांत न हों तो भर्ती नहीं होगी।
 सच्चाई: सामने के दांत चबाने में कम ज़रूरी होते हैं, पीछे के दांत ज्यादा अहम हैं।

 मिथक: अक्ल दाढ़ ज़रूरी है।
 सच्चाई: अक्ल दाढ़ का कोई योगदान नहीं है।

 मिथक: एक-दो फिलिंग से भर्ती रुक जाएगी।
 सच्चाई: अच्छी तरह की गई फिलिंग मान्य है।


भर्ती से पहले डेंटल चेकअप कहाँ कराएँ?

  • किसी रेजिस्टर्ड डेंटल सर्जन से
  • X-Ray और क्लिनिकल चेकअप दोनों ज़रूरी हैं।


निष्कर्ष (Conclusion)

भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए केवल शारीरिक शक्ति ही नहीं, बल्कि डेंटल फिटनेस भी उतनी ही ज़रूरी है। यदि आपके दांत स्वस्थ हैं और न्यूनतम 14 डेंटल पॉइंट्स पूरे करते हैं, तो आप डेंटल फिटनेस टेस्ट में पास हो सकते हैं। सही देखभाल, समय पर इलाज और नियमित डेंटल चेकअप से आप अपने सपनों की आर्मी जॉब के और करीब पहुँच सकते हैं।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q. आर्मी में कितने डेंटल पॉइंट्स चाहिए?
 न्यूनतम 14 डेंटल पॉइंट्स अनिवार्य हैं।

Q. क्या रूट कैनाल और कैप वाले दांत पास हो जाते हैं?
 हाँ, यदि दांत मजबूत और कार्यशील है।

Q. अक्ल दाढ़ का भर्ती पर असर पड़ता है?
 नहीं, अक्ल दाढ़ ज़रूरी नहीं है।

Q. अगर मेरे पास केवल 12 पॉइंट्स हैं तो?
 आप अनफिट माने जाएँगे, लेकिन MRB में अपील कर सकते हैं।

Q. क्या डेंटल इम्प्लांट मान्य है?
 सामान्यतः मान्य नहीं है।

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